राष्ट्रपति भवन संग्रहालय ऐतिहासिक कहानियों को एक नयी पहल के माध्यम से अनूठे रूप में प्रस्तुत करता है और पारम्परिक वस्तुओं के संग्रह की बजाये घटना पर आधारित कार्यक्रमों की प्रस्तुति पर फोकस करता है। संग्रहालय, विभिन्न प्रकार के इंटरएक्टिव प्रदर्शनियों जिनमें आभासी (वर्चुअल) और संवर्धित वास्तविकता, वीडियो वाल्स, होलोग्राफिक डिस्पले तथा ध्वनि व प्रकाश का सिन्क्रोनाइज्ड शो शामिल है के माध्यम से राष्ट्रपति की कहानी बयान करता है।
11,000 वर्ग मीटर में फैले इस स्थान को सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है और इसकी ऊपर की संरचनाओं की स्थापत्य विरासत को संरक्षित करते हुए पूरी तरह से भूमिगत बनाया गया है और यह द स्टेबल्स, द कोच हाउस और द गंगा जैसी ऐतिहासिक इमारतों को पुनः इस्तेमाल करने के उद्देश्य से बनाया गया है जिसके प्रत्येक चरण में भारत के प्रेजिडेंशियल इतिहास के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए राष्ट्रपति को मिले मूर्ति शिल्प एवं ऐतिहासिक व सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण कला कृतियों को दर्शाया गया है।
देश में नवीनतम प्रौद्योगिकी-समर्थित, आगंतुक-इंटरैक्टिव कहानी कहने वाले संग्रहालय के रूप में, राष्ट्रपति भवन संग्रहालय किसी अन्य की तरह एक गहन अनुभव प्रदान करता है।